मैनचेस्टर कोरोना वायरस महामारी के बीच जैव सुरक्षित माहौल में खेलना आसान नहीं और ऐसे में इंग्लैंड और पाकिस्तान के बीच बुधवार से शुरू हो रही टेस्ट सीरीज में मानसिक रूप से तरोताजा रहना ही सफलता की कुंजी साबित होगा। वेस्टइंडीज और इंग्लैंड के बीच सीरीज के जरिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट बहाल हुआ है। वेस्टइंडीज के कप्तान जैसन होल्डर ने कहा कि सात सप्ताह तक टीम सिर्फ होटल और क्रिकेट मैदान तक सिमटी रही और यह मानसिक रूप से काफी मुश्किल था। पाकिस्तान पिछले पांच सप्ताह से इस माहौल के अनुकूल खुद को ढालने की कोशिश में जुटा है। कोच मिसबाह-उल-हक ने स्वीकार किया कि तरोताजा बने रहना ही सफलता की कुंजी होगा। उन्होंने कहा, ‘हर कोई फिट है और मानसिक स्वास्थ्य पर भी पूरा ध्यान दिया जा रहा है।’ उन्होंने कहा, ‘लेकिन टेस्ट क्रिकेट अलग है। मैदान पर आने के बाद कई बार दबाव बन जाता है लेकिन हम मानसिक रूप से तरोताजा रहने की कोशिश करेंगे। पूरी सीरीज में खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाते रहेंगे।’ पाकिस्तानी टीम से इंग्लैंड को कड़ी चुनौती मिलने की संभावना है। उसका तेज गेंदबाजी आक्रमण बेहतरीन है और स्पिनर भी आला दर्जे के हैं। पाकिस्तान यासिर शाह और शादाब खान के रूप में दो स्पिनर उतार सकता है। वहीं बल्लेबाजी में सभी की नजरें बाबर आजम पर लगी होंगी जिन्होंने 2018 से अब तक टेस्ट क्रिकेट में 65 से अधिक की औसत से रन बनाए हैं। इंग्लैंड ने वेस्टइंडीज सीरीज के बाद अपने खिलाड़ियों को कुछ दिन का ब्रेक दिया था । क्रिस वोक्स का कहना है कि वह ब्रेक काफी मददगार साबित हुआ।
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