नई दिल्ली'ब्लैक मांबा' के नाम से मशहूर और 'मांबा मेंटैलिटी' के जनक बास्केटबॉल के महान कोबी ब्रायंट और उनकी बेटी की असामयिक मौत रविवार को हो गई। 41 साल के ब्रायंट अपनी 13 वर्षीय बेटी गियाना और सात अन्य के साथ यात्रा कर रहे थे। ब्रायंट बास्केटबॉल अकैडमी जा रहे थे, इसी दौरान हेलिकॉप्टर लांस एंजिलिस के उपनगर कैलाबासास में कोहरे वाले मौसम में दुर्घटनाग्रस्त हुआ। इस बारे में नई बात सामने आ रही है कि एयरक्रॉफ्ट का पायलट कोहरे (फॉग) से बचने के लिए ऊंचाई पर उड़ना चाहता था उसी वक्त यह हादसा हुआ। फॉग से बचने के लिए ऊंचा उड़ना चाहता था पायलट न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, जांचकर्ताओं ने कहा, 'हवाई यातायात नियंत्रकों ने रविवार को कोबी ब्रायंट सहित 9 लोगों को ले जा रहे हेलिकॉप्टर का ट्रैक खो दिया था। इस बारे में हादसे से ठीक पहले एटीसी से पायलट ने कहा था कि वह फॉग की परत से बचने के लिए ऊंची उड़ान भरने की कोशिश कर रहा है। इसके बाद उससे आगे के प्लान के बारे में पूछा गया तो उसकी ओर से कोई जवाब नहीं मिला।' बता दें कि हेलिकॉप्टर काफी ऊचाई से लहराते हुए गिरा और इससे झाड़ियों में आग लग गई। इसकी वजह से बचावदल को भी पेरशानी हुई। बता दें कि मृतकों में बेसबॉल कोच 56 वर्षीय जॉन एल्टोबेली शामिल हैं। एल्टोबेली की पत्नी केरी और उनकी एक बेटी एलिसा भी हेलिकॉप्टर में थी। दी गई थी कोहरे में उड़ने की विशेष मंजूरीनैशनल ट्रांसपोर्टेशन सेफ्टी बोर्ड ने कहा कि पायलट की ओर से कोई जवाब नहीं मिला, लेकिन हमें रडार पर दिखा कि हेलिकॉप्टर 2,300 फीट तक चढ़ गया और बाईं ओर लहराने लगा। बता दें कि पायलट ने दुर्घटना से चंद मिनट पहले घने कोहरे में उड़ान भरने के लिए विशेष मंजूरी मांगी थी जो उसे दी गई थी। जांचकर्ता दुर्घटना के समय मौसम की स्थिति की जांच कर रहे हैं। दक्षिणी कैलिफोर्निया का हिस्सा रविवार सुबह कोहरे में डूबा हुआ था। वे इस बात की भी जांच कर रहे हैं कि क्रैश की क्या कोई और वजह भी है। हर चीज की कर रहें बारीकी से जांचनैशनल ट्रांसपोर्टेशन सेफ्टी बोर्ड की सदस्य जेनिफर होमेंडी ने सोमवार दोपहर कैलिफोर्निया में प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस बारे में कहा, 'हम हादसे के आसपास की हर चीज पर एक व्यापक नजर डालते हैं। ऐसे हादसे के दौरान हम हर उस बात की बारीकी से जांच करते हैं, जो वजह हो सकती है चाहे वह पर्यायरण हो, मौसम हो या फिर मशीन (हेलिकॉप्टर में कोई खराबी)।' हेलिकॉप्टर में कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर नहीं लगाया था और हेलिकॉप्टर का मलबा 500 से 600 फीट तक फैला हुआ है। जांचकर्ता इस पूरे क्षेत्र की जांच कर रहे हैं, जो आसान नहीं होती है। यही नहीं, इस बारे में अधिकारियों की ओर से कहा गया कि महीनों तक दुर्घटना के कारण के बारे में किसी निष्कर्ष पर पहुंचने की उम्मीद नहीं है।
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