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दुबईसुंदरम रवि को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के अंपायरों के अमीरात आईसीसी एलीट पैनल से बाहर कर दिया गया है, जिसके बाद अब इसमें कोई भारतीय अंपायर नहीं बचा है। आईसीसी ने इंग्लैंड के माइकल गफ और वेस्ट इंडीज के जोएल विल्सन को वार्षिक समीक्षा और चयन प्रक्रिया के बाद 2019-20 सत्र के लिए अंपायरों के अमीरात आईसीसी एलीट पैनल में शामिल किया है। मैदानी और टेलिविजन अंपायर के तौर पर 53 साल के रवि का प्रदर्शन संतोषजनक नहीं रहा था और कई बार उनके फैसलों पर सवाल भी उठा। अंपायरों की एलीट पैनल से उनके बाहर होने के बाद भारतीय अंपायरों का खराब स्तर भी सामने आ गया। रवि ने एशेज सहित 33 टेस्ट, 48 एकदिवसीय और 18 टी20अंतरराष्ट्रीय मैचों में अंपायरिंग की है। उन्होंने विश्व कप और टी20 विश्व कप में भी अंपायर की भूमिका निभाई है। गफ और विल्सन पहले अमीरात आईसीसी अंतरराष्ट्रीय पैनल के अंपायर थे। आईसीसी महाप्रबंधक (क्रिकेट) ज्योफ एलार्डिस, पूर्व खिलाड़ी और कॉमेंटेटर संजय मांजरेकर, मैच रैफरी रंजन मदुगले और डेविड बून की चयन समिति ने दोनों को एलीट अंपायर पैनल के लिए चुना। इन दोनों अंपायरों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अंपायरिंग का अच्छा अनुभव है। गफ के पास 9 टेस्ट, 59 एकदिवसीय और 14 टी20 अंतरराष्ट्रीय तथा विल्सन के पास 13 टेस्ट, 63 एकदिवसीय और 26 टी20 आंतरराष्ट्रीय मैचों में अंपायरिंग का अनुभव है। इस पैनल में ये दोनों अंपायर इयान गाउल्ड और रवि की जगह लेंगे। आईसीसी के वरिष्ठ प्रबंधक (अंपायर और रैफरी) एड्रियन ग्रिफिथ ने कहा, ‘एलीट अधिकारी होना एक बेहद चुनौतीपूर्ण काम है। हर फैसले पर लाखों प्रशंसकों की नजर होती है और हर मैच अधिकारी पूरे साल के दौरान प्रदर्शन समीक्षा के अधीन होता है।’ आईसीसी अंपायरों के एलीट पैनल में दोनों नए अंपायरों के अलावा पहले से अलीम डार, कुमार धर्मसेना, मारियस इरास्मस, क्रिस गफाने, रिचर्ड इलिंगवर्थ, रिचर्ड केटलबोरो, नाइजेल लोंग, ब्रूस ऑक्सेनफोर्ड, पाल रीफेल और रॉड टकर शामिल हैं। अमीरात आईसीसी मैच रेफरी की एलीट पैनल में हालांकि कोई बदलाव नहीं हुआ है। इस पैनल में डेविड बून, क्रिस ब्रॉड, जेफ क्रो, रंजन मदुगले, एंडी पाइक्राफ्ट, रिची रिचर्डसन और जवागल श्रीनाथ शामिल हैं।
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