![](https://navbharattimes.indiatimes.com/photo/77390022/photo-77390022.jpg)
नई दिल्ली (Rahul Dravid) को भारतीय क्रिकेट की दीवार (The Wall) कहा जाता था। मजबूत तकनीक, संयम, धैर्य और अथक परिश्रम की मिसाल रहे द्रविड़। भारत ने सर्वकालिक महान नंबर तीन बल्लेबाजों में शुमार द्रविड़ के आंकड़े भी इसकी गवाही देते हैं। द्रविड़ जब क्रीज पर आते थे तो गेंदबाजों के लिए उन्हें आउट कर पाना एक बड़ी चुनौती होता था। पाकिस्तानी क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान रमीज राजा (Ramiz Raja) ने द्रविड़ के करियर को याद किया और उनके खेल की तारीफ की। राजा ने कहा कि द्रविड़ ने कई शानदार पारियां खेलीं और टीम में () जैसे बड़े नाम के बावजूद अपनी जगह बनाई। राजा ने कहा, 'राहुल द्रविड़ शायद सचिन तेंडुलकर की तरह गिफ्टेड खिलाड़ी नहीं थे लेकिन एक महान खिलाड़ी के साथ प्रतिस्पर्धा करने के लिए काफी दम चाहिए। आप जानते हैं कि आपने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन दे दिया इसके बावजूद आप टीम के बेस्ट बल्लेबाज नहीं हैं और इससे आपका मनोबल नीचे जा सकता है।' स्पोर्ट्सकीड़ा से बातचीत में राजा ने कहा, 'लेकिन राहुल द्रविड़ को इसका श्रेय देना पड़ेगा कि कई बार वह सचिन से भी आगे निकल जाते थे। मुश्किल पिच पर बहुत अच्छे बल्लेबाज थे क्योंकि उनका डिफेंस बेहद मजबूत था। और अति महत्वपूर्ण नंबर 3 पोजीशन पर बल्लेबाजी करने के लिए उनका ऐटिट्यूड भी शानदार था। इसके अलावा वह कीपिंग भी कर लेते थे।' राजा ने कहा, 'राहुल द्रविड़ का आप हमेशा सम्मान करते हैं। किसी खिलाड़ी की महानता का पता ड्रेसिंग रूम में चलता है। अगर टीम को लगता ह कि मुश्किल हालात में आप उन्हें निराश नहीं करेंगे तो यह बहुत मायने रखता है। भले ही आप वहां 30 या 50 रन ही बनाएं।' द्रविड़ ने भारत के लिए 164 टेस्ट मैच खेले जिसमें उन्होंने 13288 रन बनाए। उनका बल्लेबाजी औसत 52.31 का रहा। 344 वनडे इंटरनैशनल मैचों में उन्होंने 39.16 के औसत से 10889 रन बनाए।
from Sports News in Hindi: Latest Hindi News on Cricket, Football, Tennis, Hockey & more | Navbharat Times https://ift.tt/3kshi7w
No comments:
Post a Comment